कलेक्टर की नाक के नीचे शासकीय डॉक्टर चला रहे हैं खुद का हॉस्पिटल वरिष्ठ अधिकारी भी दे रहे है गोलमोल जवाब
सरकारी मोटी रकम मिलने के बावजूद रोज छाप रहे 1 से 2 लाख प्राइवेट क्लीनिक में सरकारी डॉक्टर ?
आखिर कलेक्टर साहब की क्या मजबूरी है कि इन डॉक्टर साहब पर आज तक कोई भी कार्यवाही नहीं की गई ???
(संजीत द्विवेदी) रीवा । एक समय ऐसा भी था जब डॉक्टरी पेशा को जनसेवा मानकर लोग काम करते थे लेकिन इसके उलट डॉक्टरी पेशा को नोट छापने की मशीन मानने वाले डॉक्टरों को अब ना तो कलेक्टर और प्रशासन का खौफ है और ना ही गरीब जनता की आह का।
अभी तो सिर्फ और सिर्फ नोट दिखता है, हाय पैसा हाय पैसा....
रीवा जिले में लोगों के प्रति समर्पित कलेक्टर की सख्ती के बावजूद ऐसे डॉक्टर अपनी हरकतों से इनके फरमान को भी धता साबित करने में लगे हुए हैं।
संजय गांधी स्मृति चिकित्सालय रीवा में बतौर सहायक प्राध्यापक मोटी तनख्वाह पाने वाले डॉक्टर राकेश पटेल इन दिनों लोगों के साथ - साथ जनसेवकों के बीच में भी चर्चा का विषय बने हुए हैं ।
चर्चा आम है कि डॉ राकेश पटेल का अधिकांश समय प्राइवेट प्रैक्टिस में ही व्यतीत हो जाता है। जहां रीवा जिलाधीश ने अपने सरकारी आवास में किसी भी डॉक्टर के प्राइवेट प्रैक्टिस पर रोक लगाने के लिए निर्देशित किया था ,वही डॉ राकेश पटेल सुबह के समय अपने सरकारी आवास पर ही प्राइवेट प्रैक्टिस करते देखे जा सकते हैं।
वही शाम 4:00 बजे से लेकर रात के 12:00 बजे या फिर यूं कहें कि जब तक दिखाने वाले मरीजों का रेला रहता है ,भले वह रात को 2:00 बजे तक ही क्यों ना हो ,डॉक्टर साहब अपनी प्राइवेट प्रैक्टिस में मशगूल रहते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार लैंडमार्क होटल के पहले रतहरा रीवा के पास करोड़ों की लागत से निर्मित खुद के विहान हॉस्पिटल के रजिस्टर में 50 मरीजों तक ही नंबर लगाने के आदेश डॉक्टर साहब द्वारा दिए गए हैं। इसके बाद जितने भी मरीज आते हैं, उनका कोई लेखा-जोखा इन महोदय के पास नहीं है ।
एक अनुमान के मुताबिक ₹400 प्रति मरीज फीस लेने वाले डॉक्टर राकेश पटेल की रोजाना कमाई लाखों में है जो कि किसी भी टैक्स के दायरे से बाहर है। इसमें यदि डॉक्टर साहब द्वारा लिखे जाने वाले एक्सरे, खून की जांच व बाकी जाचों का कमीशन जोड़ा जाए तो यह कितना हो जाएगा ,आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं???
हैरानी की बात तो यह है कि यह सब डॉ राकेश पटेल शासन प्रशासन की छाती पर बैठकर उनके नाक के नीचे अपना अवैध कारोबार बिना किसी रोक-टोक और खौफ के चला रहे हैं ? आखिर कलेक्टर साहब की क्या मजबूरी है कि इन डॉक्टर साहब पर आज तक कोई भी कार्यवाही नहीं की गई ???
इनका कहना है----
शासकीय चिकित्सकों को सिर्फ विजिट की अनुमति है विहान हॉस्पिटल को इसके पहले नोटिस जारी किया गया था .अब इस मामले में आगे देखेंगे?
सीएमएचओ रीवा