सुनामी । बिलासपुर में दिखा सूर्य ग्रहण,अद्भुत सुंदर खगोलीय घटना को देखने के लिए सबकी आंखें लालायित थी फिर वह पल भी आ गया जिसमें लोगों ने अपने मोबाइल पर इस दृश्य को कैद कर लिया ऐसे ही मुंगेली किरना से ली गई सूर्य ग्रहण तस्वीर।
तीन तस्वीरों से अरे दर्शन दिवाली के दूसरे दिन 25 अक्टूबर को साल का आखिरी सूर्यग्रहण है यह ग्रहण न्यायधानी में देखा गया। भारत में सूतक मान्य है। दशकों बाद यह योग बना। ज्योतिषियों की मानें तो सूतक काल को अशुभ माना जाता है। इसके लिए विभिन्न उपाय जरूरी है। वहीं इस ग्रहण को देखने लोगों में भारी दिलचस्पी रही। विशेषज्ञों की मानें तो सूर्यग्रहण को कभी भी नग्न आंखों से नहीं देखना चाहिए।
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक वैदिक पंचांग की गणना के अनुसार सूर्यग्रहण हमेशा अमावस्या तिथि पर ही लगता है। इस बार कार्तिक अमावस्या यानी मंगलवार को आंशिक सूर्य ग्रहण लगा। वैसे ग्रहण तीन प्रकार के होते हैं। पूर्ण सूर्य ग्रहण,वलयाकार सूर्य ग्रहण और आंशिक सूर्यग्रहण। इस साल पड़ने वाला ग्रहण आंशिक सूर्यग्रहण कहलाएगा। विशेषज्ञों की मानें तो यह सूर्य ग्रहण देश के उत्तरी और पश्चिमी भागों में आसानी के साथ देखा जा सकेगा,जबकि पूर्वी भागों में यह ग्रहण नहीं दिखाई देगा क्योंकि यहां पर सूर्यास्त जल्दी हो जाएगा। बिलासपुर में ग्रहण शाम समय 4:51 पर ग्रहण का स्पर्शकाल दिखने लगा था।