बिलासपुर जिले में 450 स्कूल बसें, केवल 150 ही जांच में पहुंची,,
पुलिस ग्राउंड मैदान में रविवार को स्कूल बसों की जांच हुई। लेकिन 150 बसें ही पहुंची। जबकि जिले 450 से अधिक स्कूल बसें परिवहन विभाग से पंजीकृत है। नहीं पहुंचने वाली बसों के स्कूल प्रबंधन पर क्षेत्रीय परिवहन विभाग ने नाराजगी जाहिर की। साथ ही सख्ती बरतने का निर्णय लिया है। इसके तहत परिवहन विभाग की टीम अब संबंधित स्कूलों में पहुंचकर बसों की जांच करेगी। इस दौरान यदि खामियां मिलती है तो सीधे परमिट रद करने की कार्रवाई की जाएगी।
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा अंतर्गत यह शिविर लगाया गया था। इसमें परिवहन विभाग ने पुलिस व यातायात विभाग के अलावा स्वास्थ्य विभाग का भी सहयोग लिया। जांच सुबह 11 बजे से प्रारंभ हुई। जल्दी जांच कराकर लौटने के लिए सुबह से ही अलग- अलग स्कूलों के चालक बसों को लेकर पुलिस मैदान में पहुंचते रहे। जांच दल के दौरान सबसे पहले इन बसों को मैदान में व्यवस्थित खड़ा कराया गया, ताकि जांच करने में किसी तरह की दिक्कत न हो। जब यह प्रक्रिया हो गई, उसके बाद जांच का सिलसिल शुरू हुआ। इसमें सबसे पहले यह देखा गया कि बस पीले रंग है या नहीं।
स्कूल बसों के लिए यही रंग निर्धारित किया गया। इसके बाद आगे - पीछे और दाए- बाए स्कूल का नाम , नंबर, स्कूल का मोबाइल नंबर देखा गया। हालांकि यह नियम सभी बसों में पालन हो रहा था। पर कई में खामियां भी मिलीं। इसमें सबसे बड़ी लापरवाही यह थी कि कुछ बसों की आपाताकालीन दरवाजा ही जाम हो चुका था। वह खुल ही नहीं रहा था।
इसके अलावा लाइट, मिरर के अलावा कई खामियां मिलीं। कुछ ऐसी बसें थी, जिनमें टैक्स ही जमा नहीं हुआ है। इन सभी की सूची तैयार की गई। इन सभी बसों के स्कूल प्रबंधन को नोटिस जारी किया जाएगा। इसके अलावा ऐसी बसें, जो निर्देश के बाद भी जांच कराने के लिए नहीं पहुंची, उनके स्कूलों में जाकर विभागीय अमला जांच करेगा। इस दौरान कार्रवाई भी की जाएगी। उससे पहले उन स्कूलों नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाएगा।