हॉस्पिटल में मिली 130 साल पुरानी अंडरग्राउंड टनल,, अंग्रेजों के जमाने में बनाई गई थी बिल्डिंग,, टनल बनाने के पीछे क्या था राज,,
श्याम पाठक ✍️
मुंबई को भारत की आर्थिक राजधानी माना जाता है. इसके साथ ही, देश की बहुत सी ऐतिहासिक हेरिटेज इमारतों का हब है मुंबई. कई बिल्डिंग्स का निर्माण ब्रिटिश शासन के दौरान हुआ था. जे. जे. हॉस्पिटल भी ऐसी ही एक हेरिटेज बिल्डिंग है और मुंबई का सबसे प्रख्यात सरकारी हॉस्पिटल भी है।
सर जे. जे. अस्पताल में एक अंडरग्राउंड टनल मिली है। आपको बता दें कि यह टनल 130 साल पुरानी है और टनल की लंबाई 200 मीटर है यह टनल अस्पताल में काम कर रहे डॉ. अरुण राठौड़ को मिला है.
डॉ. राठौड़ हॉस्पिटल का राउंड लगा रहे थे जब वह इस टनल तक पहुंच कर देना तो इसकी जानकारी जेजे अस्पताल की तरफ़ से पुरातत्व विभाग और स्थानीय प्रशासन को दी गई। यह टर्नल अस्पताल की दो इमारतों को जोड़ती है. 170 साल से भी ज्यादा पुरानी है अस्पताल की इमारत। सर जे. जे. अस्पताल की इमारतों को 177 साल पहले बनवाया गया था. इन इमारतों का निर्माण सर जमशेदजी जीजीभॉय और सर रॉबर्ट ग्रांट के सहयोग से किया गया था. जमशेदजी जीजीभॉय ने 16 मार्च, 1838 को इस के निर्माण के लिए एक लाख रुपये का दान दिए थे और फिर 30 मार्च 1843 को मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखी गई। इसके बाद 15 मई 1845 को मेडिकल छात्रों और मरीजों के लिए ग्रांट मेडिकल कॉलेज और सर जमशेदजी जीजीभॉय अस्पताल खोल दिया गया. हालांकि, अब इस बात पर चर्चा हो रही है कि किस वजह से इस टनल का निर्माण कराया गया होगा। पुरातत्व विभाग जांच कर रही है। जानकारो का कहना है कि ब्रिटिशकालीन इमारतों में सुरंग का निर्माण उस समय बनाया जाना कोई आश्चर्यजनक नहीं था। दरअसल ब्रिटिश शासन में गवर्नर हाउस पर होने वाले किसी तरह के हमले से बचने के लिए सुरंग बनाई जाती थी। उस समय यातायात के साधन नहीं होते थे। अंग्रेज समुद्री यातायात साधन का उपयोग करते थे। यहां सुरंग का मिलना साबित करता है कि यह गवर्नर पर किसी संकट के समय समुद्र की तरफ सुरक्षित निकासी के लिए ही मार्ग तैयार किया गया होगा।