बलौदाबाजार। आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट को लेकर कांग्रेस पार्टी में जबरदस्त मघमासान चल रही है । दावेदारों को लग रहा है की इस बार भी कांग्रेस के पक्ष में जबरदस्त माहौल है ऐसे में हर दावेदार टिकट के लिए लगे हुए हैं टिकट के दावेदारों के बीच गजब की प्रतिस्पर्धा चल रही है। दावेदारों के बीच टिकट को लेकर मारामारी होने के कारण अपनो को ही निपटाने में लगे है ।
बात करे बिलाईगढ़ विधानसभा की तो यहां वर्तमान में चंद्रदेव राय कांग्रेस पार्टी से विधायक है । इसके पहले यहां भाजपा के विधायक थे । पिछले चुनाव में कांग्रेस के चंद्रदेव राय ने लगभग दस हजार से ज्यादा वोटो से चुनाव जीते हैं। ऐसे में उनकी स्वाभाविक दावेदारी बनती है। पिछले 5 सालों में जिस तरह से विधायक चंद्रदेव राय ने अपने विधानसभा क्षेत्र के लिए विकास कार्य किए हैं उससे ऐसा प्रतीत होता है की उनका टिकट लगभग तय है। अपने विधानसभा क्षेत्र में सड़क पानी शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार जैसे मुद्दों को लेकर उन्होंने बहुत काम किया है। वही उनके विधायक रहते सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिला निर्माण कराकर प्रशासनिक कामों में लोगो को राहत देने का काम किया है । जिस तरह से उन्होंने गिरौदपुरी में एसडीएम कार्यालय की सौगात देकर आसपास के लोगो का समय पैसा बचाने का काम किया है।पहले लोग अपने कामों के लिए कसडोल या बिलाईगढ़ जाते थे जिससे आम जनता का समय और पैसा दोनो बरबाद होता था मगर गिरौदपुरी में एसडीएम कार्यालय हो जाने से लोगो को बहुत ही सुविधा मिला है । बिलाईगढ़ विधानसभा क्षेत्र का सबसे बड़ा गांव टुण्ड्रा जो की अभी तक विकास के मामले में पिछड़ा हुआ था, वहां विकास के कार्य बहुत तेजी से हुए है। टुण्ड्रा नगर पंचायत को तहसील का दर्जा देकर नवीन तहसील कार्यालय के खुलने से आम जनता को लाभ मिल रहा है । तहसील के कामों के लिए जो वहा और आसपास के नागरिकों को 20– 25 किलोमीटर जाना पड़ता था जिससे समय और पैसे की बरबादी होती था वह पूरी तरह से बच गया है । सबसे ज्यादा फायदा वनांचल के लोगो को हुआ है । छत्तीसगढ़ के प्रथम शहीद ,शहीद वीर नारायण सिंह के जन्मभूमि कर्मभूमि सोनाखान को नवीन तहसील बनाकर लोगो को राहत देने का काम किया है उससे वनांचल के लोगो में भारी खुशी है ।इन पांच सालो में कई धान खरीदी केंद्र , कई बिजली सब स्टेशन ,कालेज, स्कूल, बैंक खुलने से लोगो के जिंदगी में राहत दिख रही है और आने वाले समय में इसका फायदा चंद्रदेव राय को और कांग्रेस को मिलना तय है । ऐसे में अगर कांग्रेस पार्टी अपने स्थानीय विधायक को पुनः टिकट देती है तो यह सीट कांग्रेस के खाते में जाना तय है ।
वैसे बिलाईगढ़ विधानसभा क्षेत्र आरक्षित होने के कारण यहां से बहुत से दावेदारों ने अपना दावेदारी पेश किया है। पिछले चुनाव में कांग्रेस ने ये सीट भाजपा से छीनी है । भाजपा और कांग्रेस के साथ यहां बसपा भी बहुत मजबूत है । पिछले चुनाव के बसपा ने जबरदस्त टक्कर दिया था । यहां बसपा दूसरे नंबर पर थी जबकि भाजपा तीसरे नंबर पर ऐसे में इस बार भी मुख्य मुबाकला कांग्रेस और बसपा के बीच ही होगी ऐसा ही लगता है ।