इलेक्ट्रिक ई-रिक्शा (Electric E-Rickshaw) एक बैटरी से चलने वाला तीन पहियों वाला वाहन है, जो मुख्यतः यात्री परिवहन और सामान ढोने के लिए उपयोग किया जाता है। यह पारंपरिक रिक्शा और ऑटो-रिक्शा का एक पर्यावरण-अनुकूल विकल्प है।
ई-रिक्शा के मुख्य पहलू
1. डिजाइन और संरचना:
पहिए: आमतौर पर तीन पहिए (दो पिछले और एक अगला)।
बैटरी: लीथियम-आयन या लेड-एसिड बैटरी।
मोटर: 650W से 1200W तक की इलेक्ट्रिक मोटर।
लोड क्षमता: 300-500 किलोग्राम तक।
बैठने की क्षमता: 4-6 लोग।
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2. मुख्य विशेषताएं:
कम लागत: डीजल/पेट्रोल वाहनों के मुकाबले परिचालन लागत कम होती है।
शून्य उत्सर्जन: पर्यावरण को प्रदूषित नहीं करता।
कम शोर: ई-रिक्शा शांत संचालन करता है।
रखरखाव: न्यूनतम रखरखाव की आवश्यकता होती है।
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3. बैटरी और चार्जिंग:
बैटरी को पूर्ण चार्ज करने में 6-8 घंटे लगते हैं।
एक बार चार्ज करने पर 80-120 किमी की दूरी तय कर सकते हैं।
चार्जिंग लागत लगभग ₹40-₹70 प्रति चार्ज।
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4. लाभ:
छोटे और मध्यम दूरी के लिए उपयुक्त।
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में आसान परिवहन।
सरकार से सब्सिडी और योजनाएं उपलब्ध हैं।
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5. कानूनी और लाइसेंसिंग:
भारत में ई-रिक्शा को मोटर व्हीकल एक्ट के तहत मान्यता दी गई है।
चालक के पास वैध ड्राइविंग लाइसेंस होना अनिवार्य है।
वाहन का पंजीकरण और अनुमति आवश्यक है।
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6. कीमत:
ई-रिक्शा की कीमत: ₹1,00,000 से ₹1,50,000 के बीच।
बैटरी की कीमत (यदि अलग से खरीदी जाए): ₹25,000-₹50,000।
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7. प्रमुख निर्माता:
महिंद्रा ट्रेओ
लोहारु इको
टेरा मोटर्स
आतुल ऑटो
जेमोपई
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8. ई-रिक्शा खरीदने के लिए टिप्स:
मोटर की क्षमता और बैटरी का प्रकार जांचें।
वारंटी और सेवा केंद्र की उपलब्धता पर ध्यान दें।
लोकल सप्लायर से बेहतर ऑफर प्राप्त करने का प्रयास करें।
अगर आप इसे व्यवसाय के रूप में शुरू करना चाहते हैं, तो यह एक किफायती और लाभकारी विकल्प हो सकता है।