मऊगंज में विधिक साक्षरता शिविर का हुआ आयोजन
जागरुकता ही बचाव है --न्यायाधीश संजीव कटारे
मऊगंज-- जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष न्यायाधीश राकेश मोहन प्रधान के निर्देशानुसार तहसील विधिक सेवा समिति मऊगंज द्वारा हनुमान मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल वाईपास मऊगंज में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि तहसील विधिक सेवा समिति के अध्यक्ष जिला न्यायाधीश संजीव कटारे रहे। शिविर में मऊगंज न्यायालय के मजिस्ट्रेट युवराज दीक्षित ने भी विशेष उपस्थिति दर्ज कराई ।शिविर में प्रमुख सहभागिता
कार्यक्रम में स्कूल संचालक अभय मिश्रा, प्राचार्य अम्बिका प्रसाद शुक्ला, तहसील विधिक सेवा समिति के कर्मचारी संतोष कुमार कुशवाहा, अधिवक्ता, अध्यापक, अध्यापिकाएं, छात्र-छात्राएं सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट अखिलेश द्विवेदी द्वारा किया गया। जिला न्यायाधीश संजीव कटारे ने उपस्थित जन समुदाय, छात्र-छात्राओं ,शिक्षक, शिक्षिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि जागरूकता ही बचाव का प्रमुख कारक है वर्तमान समय में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं जहां सामान्य लोगों के दिमाग काम नहीं करते वहां से इन साइबर ठगो का दिमाग काम करता है और बड़ी आसानी से लोगों को बेवकूफ बनाकर ठगी का शिकार बना देते हैं वहीं न्यायाधीश ने कहा कि आत्महत्या की घटनाएं इस क्षेत्र में ज्यादा दिखाई देती है जहां लोगों को सतर्क और सावधान के साथ साथ जागरुक करने की जरूरत है।लोग छोटे-छोटे विवादों में आत्महत्या जैसी घटनाएं कर जाते हैं जिससे उनके बच्चे अनाथ हो जाते हैं और बेसहारा होकर इधर-उधर भटकते रहते हैं ।छोटे-छोटे झगड़ों से आत्महत्या जैसा कदम नहीं उठाना चाहिए वही जिला न्यायाधीश ने अन्य तमाम विषयों पर खुलकर छात्र-छात्राओं और वहां उपस्थित समुदाय के समक्ष अपनी बात रखें तथा बच्चों से आग्रह किया कि वह मन लगाकर खूब पढ़ाई करें जिससे आपका समाज का और देश का कल्याण हो सके। मजिस्ट्रेट युवराज दीक्षित ने कानून और अधिकारों की जानकारी देकर विधिक जागरूकता को बढ़ावा दिया तथा बच्चों से कहा कि यदि उनके साथ कोई घटना होती है तो वह अपने प्रथम गुरु माता-पिता को जानकारी जरूर दें और उसके बाद यदि वहां ना बता सके तो अपने शिक्षक से बताएं, अगर पुलिस मे भी उनकी सुनवाई नहीं होती तो वह न्यायालय के समक्ष भी आकर अपनी बात कह सकते हैं।पुलिस विभाग से एसआई प्रज्ञा पटेल ने लैंगिक अपराधों से बचाव के उपायों पर प्रकाश डाला और छात्रों को सुरक्षित रहने के लिए जागरूक किया।सामाजिक जागरूकता का प्रभाव इस अवसर पर छात्रों और शिक्षकों को उनके अधिकारों, कर्तव्यों और लैंगिक अपराधों से बचने के उपायों की विस्तृत जानकारी दी गई। शिविर में उपस्थित हजारों लोगों ने विधिक जानकारी प्राप्त कर लाभान्वित महसूस किया।यह शिविर समाज में विधिक जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ। आयोजन समिति ने इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रमों को निरंतर जारी रखने का संकल्प व्यक्त किया।