छत्तीसगढ़ का बजट 2025: विकास की नई राह या चुनौतियों का पुलिंदा?
✍️ मुकेश तिवारी
छत्तीसगढ़ सरकार ने इस वर्ष का बजट पेश कर दिया है, जिसमें आम जनता से लेकर उद्योगों, किसानों, युवाओं और व्यवसायियों के लिए कई अहम घोषणाएँ की गई हैं। यह बजट राज्य की आर्थिक दिशा और विकास की संभावनाओं को तय करने वाला एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। आइए, इस पर एक विस्तृत विश्लेषण करें।
बजट की मुख्य विशेषताएँ
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कृषि एवं ग्रामीण विकास:
- किसानों के लिए नए अनुदान योजनाएँ लागू की गई हैं।
- फसल बीमा योजना को और मजबूत करने के लिए बजट में वृद्धि।
- सिंचाई परियोजनाओं के विस्तार हेतु विशेष प्रावधान।
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शिक्षा और युवाओं के लिए अवसर:
- सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में बजट बढ़ाया गया है।
- तकनीकी शिक्षा और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए नए फंड का गठन।
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इन्फ्रास्ट्रक्चर और रोजगार:
- नए हाईवे और सड़कों के निर्माण के लिए बड़ा आवंटन।
- स्थानीय व्यवसायों और MSME सेक्टर को टैक्स में राहत।
- युवाओं को स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम्स के तहत प्रशिक्षित करने की योजना।
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स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा:
- नए मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों के लिए फंड।
- गरीबों के लिए निःशुल्क इलाज और दवा योजनाओं का विस्तार।
क्या यह बजट छत्तीसगढ़ के लिए फायदेमंद है?
इस बजट में सरकार ने कई सकारात्मक पहल की हैं, लेकिन कुछ चुनौतियाँ भी नजर आती हैं:
✔ सकारात्मक पहल:
- किसानों और छोटे व्यापारियों के लिए राहत।
- बुनियादी ढांचे में सुधार की दिशा में ठोस कदम।
- शिक्षा और स्वास्थ्य पर जोर।
❌ चुनौतियाँ:
- बजट घाटे को पूरा करने की योजना स्पष्ट नहीं।
- बढ़ती महंगाई के बीच करों का बोझ संतुलित नहीं किया गया।
- उद्योगों के लिए पर्याप्त रियायतों की कमी।
निष्कर्ष:
छत्तीसगढ़ का यह बजट विकास और कल्याणकारी योजनाओं पर केंद्रित है। यदि सरकार इसे प्रभावी ढंग से लागू कर पाई, तो राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। हालाँकि, इसकी सफलता क्रियान्वयन पर निर्भर करेगी।
आपकी राय क्या है?
क्या आपको लगता है कि यह बजट छत्तीसगढ़ को विकास की नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा? अपनी राय हमें कमेंट में जरूर बताएं!