जूता पहने सांसद एवं भाजपा जिला अध्यक्ष भगवान कामतानाथ के दरबार पर (सोसल मीडिया में वायरल) क्या है सच ?
सतना जिले के चित्रकूट दौरे पर आए प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने धार्मिक आस्था का आदर करते हुए कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा नंगे पाँव की। यह उनकी सरलता, सहजता और धार्मिक परंपराओं के प्रति सम्मान को दर्शाता है। लेकिन इसी परिक्रमा में उनके साथ चल रहे सतना सांसद गणेश सिंह और भाजपा जिला अध्यक्ष भगवती प्रसाद पांडे जूते पहनकर परिक्रमा करते नजर आए।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा नंगे पाँव करने की परंपरा रही है, जिसे मुख्यमंत्री ने निभाया, लेकिन पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं द्वारा इस आस्था की अनदेखी करना सवाल खड़े करता है। क्या यह धार्मिक भावनाओं की अवहेलना नहीं है?
जिस प्रदेश का मुख्यमंत्री परंपराओं का सम्मान करते हुए एक आदर्श प्रस्तुत करता है, वहां पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं का इस तरह का व्यवहार कई लोगों को अचंभित कर रहा है। इसे श्रद्धालुओं और स्थानीय जनता ने आस्था के प्रति असंवेदनशीलता माना है। क्या यह नेताओं की लापरवाही थी, या फिर धार्मिक परंपराओं को लेकर उनकी अपनी सोच अलग है? यह एक चर्चा का विषय बन गया है।
हाँ, हाल ही में सोशल मीडिया पर ऐसी तस्वीरें वायरल हो रही हैं जिनमें सतना के सांसद गणेश सिंह और भाजपा जिला अध्यक्ष भगवती प्रसाद पांडे भगवान कामतानाथ के दरबार में जूते पहने हुए दिखाई दे रहे हैं। वहीं, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बिना जूते-चप्पल के परिक्रमा करते नजर आए।
इस घटना के बाद सांसद और जिला अध्यक्ष की आलोचना हो रही है, क्योंकि धार्मिक स्थलों पर जूते उतारना परंपरा और सम्मान का प्रतीक माना जाता है। यह घटना सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है।