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मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष ने 14 करोड़ 56 लाख का भूमि पूजन किए रीवा जिला के विधानसभा अध्यक्ष द्वारा बड़ी सौगात
जिले में आवारा पशुओं के आतंक से किसान बर्बाद होता जा रहा है और उसी के साथ में आम जनता एवं राहगीर मुश्किलों से गुजर रहे हैं और सडको परफ आवारा पशुओं के झुंड से लोगो की जिंदगी भी दांव पर लगी रहती हैं और कुछ लोग आवारा पशुओं के आतंक के झुंड से लोग जान भी गमा चुके हैं
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जिले में सरकार की योजनाओं को कागज के पन्नों तक सीमित क्यो पंचायत से लेकर ब्लाक तक योजनाओं को संचालित की गई है लेकिन कुछ योजनाएं संचालित है लेकिन ब्लाक से लेकर पंचायत में तब जानकारी प्राप्त होती हैं जब जिले में ही सारी कार्यवाही पूर्ण की जाती जिसका भुक्तभोगी ग्रामीण एवं आम जनता हो रही है और वही मिली जानकारी के अनुसार जब शिक्षा विभाग में प्राथमिक माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक एवं हेण्डमास्टर से चर्चा करने की कोशिश की गई तो मऊगंज देवतालाब नईगढ़ी हनुमना के शिक्षाको ने कहा कि हम लोगों को अभी तक यह जानकारी प्राप्त नहीं हुई की यह योजना जिला सेआई हैं लेकिन स्कूलो मे पाइप टंकी वाटारसेड की सुविधा बालक बालाकाओ नही हुआ पानी नशीब
कुछ विद्यालयों में तो लगा गया है और कुछ विद्यालय आज भी खाली पड़ी है यह सवाल आम जनता कर रही है इसी प्रकार से पंचायत में भी कुछ योजना जिला से ही कार्य पूर्ण हो जाता है और पंचायत में कार्य होता नहीं है और राशि का हो जाता है भुगतान
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जनपद पंचायतों में कुछ पंचायतों को बिजली संबंधी उपकरण लगाने के लिए सरकार द्वारा आई थी योजना लेकिन पंचायतों में कहीं भी उस योजनाकका लाभ आम जनता को नहीं मिली राहत लेकिन राशि लाखों लाख रुपए हुई खर्च यह सवाल ग्राम पंचायत की आम जनता एवं समाजसेवी कर रहे हैं आखिर ऐसा क्यों
उसी प्रकार से जब कृषि विभाग में अन्नदाता ओं के लिए तरह तरह की सुविधाएं एवं बीज तो आता है लेकिन कुछ योजनाएं जिला के ही अधिकारी के हाथों में एवं कागज के पन्नों में लिखा दिखा दिखता है और अन्य दाताओं को योजनाओं का नहीं मिल रहा सुविधा यह मुद्दा कई बार कृषि विभाग का खुलासा भी हुआ है लेकिन इसके बाद भी अन्नदाता सुविधा से हो रहे वंचित
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नशे के विरुद्ध अभियान के दौरान सिंगरौली पुलिस द्वारा लगभग 30 लाख का मादक पदार्थ एवं अवैध शराब किया जब्त
जिले में बिजली के कार्यालयों में अधिकारी कागजी कोरम तो पूरा करते हैं लेकिन ग्रामीण जन एवं अन्नदाता जले हुए ट्रांसफार्मर को लेकर आज भी रोना रो रहे हैं कहीं अन्नदाता आस लगाए बैठा है कि ट्रांसफॉर्मर लगेगा तभी हमारी बोइनी पूर्ण होगी लेकिन समय में नहीं लगता है ट्रांसफॉर्मर और वही जब बिजली विभाग के जिला से लेकर ब्लॉक तक के अधिकारियों से जब संपर्क कर चर्चा करने की कोशिश की जाती है तो अधिकारी द्वारा गोलमोल का जवाब देते नजर आए
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मऊगंज डी कार्यालय तो खुला है लेकिन अधिकारी से लेकर फील्ड ऑफिसर तक फोन उठाने के लिए आम जनता का एवं अन्नदाता की नहीं होती हैसुनवाई जब फोन लगाया जाता है तो बैठे हुए अधिकारी एवं फील्ड ऑफिसर फोन रिसीव करने को तैयार नहीं वल्की व्यस्त में और आम जनता की समस्या को सुनने के लिए नहीं है तैयार
मऊगंज सिंचाई विभाग एसडीओ कार्यालय में बांधों में रिसाव नाली है टूटी-फूटी बाध पढ़ा अधूरा लेकिन सिंचाई विभाग के जिला से लेकर ब्लॉक तक के अधिकारी कुंभकर्णी निर्दा में अन्नदाता को सरकार द्वारा सिंचाई के लिए बनाया बांध आज भी पढ़ा अधूरा अन्नदाता आज भी आस लगाए बैठा है लेकिन सिंचाई विभाग के जिला से लेकर ब्लॉक तक के अधिकारियों की मनमानी की वजह से आज भी बाध पड़ा अधूरा कई बांधों का रिसाव नहीं हुआ बंद नाली मेंटेनेंस के नाम पर बनाई तो जाती है लेकिन जब नाहर छूटती है तो नाली भी टूटी-फूटी दिखती है और किसान के खेत में नहीं पहुंचता है पानी
वही जब अन्न दाताओं एवं आम जनता से तहसीलों का मुद्दा लेकर लोगों से एवं अन्नदाताओ से चर्चा किया गया तो अन्नदाता एवं आम जनता ने अपने शब्दों में कहा कि तहसील की हालत तो अन्नदाता ही जानता है क्योंकि कई महीनों से नामांतरण बंटवारा एवं सीमांकन के लिए फाइल तो जमा रहती है लेकिन अन्नदाता की समस्या का नहीं होता है निदान हाल में अभी ही मऊगंज तहसील परिसर के सामने एक अन्नदाता ने लगा ली आग और रीवा अस्पताल में हुई मौत वास्तव में मऊगंज तहसील में अन्नदाता एवं आम जनता कई महीनों से कई सालों तक नामांतर बटवारा एवं सीमांकन के लिए दर-दर भटकते हैं लेकिन अधिकारी से लेकर फील्ड ऑफिसर तक केवल कागजी कोरम पूरा करते हैं और लोगों की समस्या का नहीं होता है समाधान