जिम्मेदारों के चलते पर्यावरण खतरे

*जिम्मेदारों के चलते पर्यावरण खतरे*

रीवा__गऊगंज नि प्र 06 जून

बिगड़ती प्रकृति और विनाशकारी परिवर्तन के साथ मौसम की मार मानव जीवन को संपूर्ण रुप से प्रभावित कर रही है पर्यावरण संरक्षण की जिम्मेदारी सरकार सिर्फ जंगल विभाग को दे रखी है जबकि सामाजिक स्तर पर जनचेतना के रूप में पर्यावरण सुधारने की जिम्मेदारी जनप्रतिनिधियों के साथ आम जनमानस एवं विभागीय कर्मचारियों की भी है पर्यावरण को संतुलित करने का पर्याप्त माध्यम व साधन हर व्यक्ति के आसपास रहता है किंतु इसे संरक्षण करने सजाने संवारने का काम जनप्रतिनिधियों की है जो कागजों में हर वर्ष कई लाखों के पौधे रोपे जाते हैं और फोटो शूट कर वहीं से जिम्मेदारी खत्म हो जाती है पूर्व के बुद्धिजीवियों द्वारा हर जगह पेड़ पौधे लगाकर यह संदेश देते थे कि राहगीर या अन्य व्यक्ति को बैठने पानी पीने ठहरने का एक सुगम माध्यम पेड़ है जिसके माध्यम से हमारा पर्यावरण हरा भरा व स्वास्थ्य वर्धक रहेगा किंतु यह सब समय की मार के साथ जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी बेखबर हैं


*फोटो तक सीमित वृक्षारोपण*

हर वर्ष पूर्व व वर्तमान जनप्रतिनिधियों द्वारा लाखों के पौधे मंगवा कर सिर्फ फोटो खिंचवाने तक सीमित रहा यह अभियान वर्ष 21 में महाविद्यालय में नमो उपवन के नाम से बैनर बोर्ड सजाए गए सैकड़ों पौधे लगाए गए फोटो अपलोड की गई और सोशल मीडिया में वाहवाही लेते रहे किंतु उस स्थल पर अब बोर्ड के सिवा एक भी पौधे जीवित नहीं है कौन है इन सब का जिम्मेदार पौधारोपण के नाम पर हर कार्यालय में लाखों  रुपए प्रति वर्ष बर्बाद किए जाते हैं किंतु वहां पर एक भी पौधे जीवित नहीं है कोई भी जिम्मेदार उनकी देखरेख संरक्षण करने की नहीं लेता राजनीति के इस कालचक्र में अब विकास सिर्फ सोशल मीडिया तक सीमित रह गया है दिनोंदिन पर्यावरण मे जहर घुल रहा है अनेक बीमारियों का मनुष्य सामना कर रहा है किंतु पर्यावरण के संरक्षण में वह अपनी जिम्मेदारी से दूर भाग रहा है वह दिन दूर नहीं जब प्रकृति की मार से मनुष्य उस भयावह  स्थिति को स्वयं अपनी आंखों से नष्ट होते देखेगा 

*वीरान हुई सड़कें एवं कार्यालय*

सड़क बनाने के नाम पर सैकड़ों पेड़ बेहिचक काटे जा रहे हैं और पौधों को फिर से लगाने का काम सिर्फ कागज पर चल रहा है मऊगंज क्षेत्र में ऐसी कोई कार्यालय नहीं जो हरी-भरी और  पेड़ पौधों से सुसज्जित हो सभी कार्यालयों में पूर्व के लगे सैकड़ों वर्ष पुराने वृक्ष दिखाई देते हैं जबकि पौधारोपण के लिए हर कार्यालय में सरकार द्वारा निर्देश दिए जाते हैं एवं पर्याप्त मात्रा में राशि भी दी जाती है विकासखंड मऊगंज में स्वास्थ्य विभाग सिंचाई विभाग पशु चिकित्सालय पीएचई पीडब्लूडी तहसील कार्यालय रेस्ट हाउस अनेकों ऐसी कार्यालय संचालित है जिनमें नए पौधे रोपे नहीं गए और रोपे भी गए थे तो सिर्फ फोटो खिंचवाने तक सीमित रह गए जहां हरियाली पर्यावरण की शुद्धता शुद्ध ऑक्सीजन पेड़ों के नीचे बैठकर छांव लेने की जगह पर वीराना व सुनसान दिखाई देता है इस भीषण तपती धूप में ऐसी कोई कार्यालय नहीं जहां कोई हितग्राही पेड़ के नीचे बैठकर अधिकारियों का इंतजार कर सके बल्कि पेड़ पौधों की जगह पर अधिकारियों के कमरे में एसी कूलर लगे हो पर आम लोगों के लिए एक पेड़ की छांव तक नसीब नहीं

Mukesh tiwari

स्वामी, प्रकाशक एवं संपादक- मुकेश तिवारी पता- हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी रामगोपाल तिवारी नगर ,बिलासपुर, छ ग मोबाइल- 9174310780 ईमेल- sunaminewsmp36@gmail.com समाचार पोर्टल Sunami Chhattisgarh.com में प्रकाशित खबरों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है . समाचार की विषय वस्तु संवाददाता के विवेक पर निर्भर है. यह एक हिंदी न्यूज़ पोर्टल है जिसमें बिलासपुर और छत्तीसगढ़ के साथ देश और दुनिया की खबरें प्रकाशित की जाती है।पोर्टल में प्रकाशित किसी भी खबर में कानूनी विवाद की स्थिति में संबंधित रिपोर्टर ही पूर्णतः उत्तरदायी है।

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