डीएसपी पर लगा पद का दुरुपयोग करने का आरोप,, समाज के लोगो ने लगाई न्याय की गुहार,, एफआईआर दर्ज होने पर उठे सवाल,,
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के कोटा थाने सामाजिक वहिष्कार का आरोप डीएसपी मैंखलेंद्र प्रताप सिंह ने कोटा थाना में समाज के लोगो के खिलाफ एफआईआर कर्ज करवाया था। मैंखलेंद्र प्रताप सिंह और उनके परिवार को तंवर समाज से बहिष्कृत किए जाने के बाद अब इस पूरे प्रकरण में एक नया मोड़ आ गया है। रविवार को समाज के दर्जनों बुजुर्ग, महिलाएं और युवा न्याय की गुहार लगाते हुए बिलासपुर पहुंचे और डीएसपी पर गंभीर आरोप लगाए। दरअसल, आरोप है कि कोरबा जिले में डीएसपी के पद में पदस्त मैंखलेंद्र प्रताप सिंह ने समाज के बाहर की युवती से विवाह किया था। इसको लेकर तंवर समाज के लोगों ने उन्हें समाज से बहिष्कृत कर दिया। इसी के विरोध में डीएसपी के परिवार द्वारा तंवर समाज के कुछ प्रतिष्ठित लोगों पर कोटा थाने में मामला दर्ज कराया गया है। समाज के लोगों का आरोप है कि डीएसपी ने अपने पद और प्रभाव का दुरुपयोग करते हुए कोरबा जिले की घटना की एफआईआर बिलासपुर जिले के कोटा थाना में दर्ज करवाई है। यह न केवल कानूनी प्रक्रिया का उल्लंघन है बल्कि एक पक्षीय कार्रवाई भी है। समाज की शिक्षिका, महिलाएं और वरिष्ठ नागरिकों ने बताया कि जिन लोगों पर मामला दर्ज कराया गया है, वे समाज के सम्मानित लोग हैं। समाज के लोगो का कहना है कि यह रिपोर्ट पूरी तरह झूठी, बेबुनियाद और बदले की भावना से प्रेरित है। समाज ने पुलिस विभाग की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि डीएसपी के पद का लाभ उठाकर पुलिस ने भी निष्पक्ष जांच नहीं की। समाज के प्रतिनिधियों ने बताया कि इस मामले की शिकायत एसपी और आईजी से भी की गई है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।