सुनामी मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ ।
न्यायधानी में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है। धरती तक रही है। धूप का असर तेज है। एक दिन पहले रविवार को अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया था। मौसम विभाग की मानें तो आज यानि सोमवार शाम तक मौसम में बदलाव संभावित है।
मौसम वेधशाला की मौसम विज्ञानी डॉ एचपी चंद्रा के मुताबिक दक्षिण पश्चिम मानसून मध्य अरब सागर के कुछ और भाग कर्नाटक के कुछ भाग, गोवा के कुछ भाग, तमिलनाडु के अधिकतर भाग और पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश से कुछ भाग और बंगाल की खाड़ी के पश्चिम मध्य भाग, उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कुछ भाग, और उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी के शेष भागों में मानसून के पहुंचने का सिलसिला जारी है।
मानसून की उत्तरी सीमा रत्नागिरी, शिवमोगा, हस्सन, धर्मापुरी, श्रीहरिकोटा, धुबरी तक पहुंच चुका है। दक्षिण पश्चिम मानसून के और आगे बढ़ने के लिए अरब सागर के मध्य भाग के कुछ और भाग, कर्नाटक के कुछ और भाग, महाराष्ट्र के कुछ भाग, तमिलनाडु के शेष हिस्से, आंध्र प्रदेश के कुछ और भाग, बंगाल की खाड़ी के पश्चिम मध्य भाग, उत्तर पश्चिम बंगाल के खाड़ी के शेष भाग, और उत्तर पूर्व राज्य के कुछ भाग तथा उप हिमालयीन पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार के कुछ और भाग में अगले 48 घंटे में पहुंचने की संभावना है। दक्षिण पूर्व उत्तर प्रदेश और उसके आसपास एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है।
एक द्रोणिका दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश से अंदरूनी उड़ीसा तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। प्रदेश में 12 जून को एक स्थानों पर हल्की वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। एक -दो स्थानों पर गरज चमक के साथ वज्रपात होने और अंदड़ चलने की भी संभावना है। अधिकतम तापमान में गिरावट होगी किंतु विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। वर्षा का क्षेत्र मुख्यतः दक्षिण छत्तीसगढ़ आने की संभावना है। बस्तर संभाग तथा उससे लगे जिलों में अधिकतम तापमान में 14 जून को गिरावट संभावित है।