चुनावी चर्चा - विशेष लेख
बिलासपुर जिले मेआख़िर किसका पलड़ा है भारी,,,,
बिलासपुर में राज्य का उच्च न्यायालय स्थित है राज्य में राजधानी के बाद दूसरा सबसे बड़ा शहर है
बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव में जिले में कांग्रेस ने चार में से दो सीटों पर जीत हासिल की जबकि भाजपा को दो सीट पर जीत मिली थी तो चलिए पिछले विधानसभा चुनावों के नतीजों का विश्लेषण करते हैं....
बिलासपुर जिले की बात करें राज्य का उच्च न्यायालय यहां स्थित है,
इसलिए इसे 'न्यायधानी' होने का भी गौरव प्राप्त है
बिलासपुर में पिछले विधानसभा चुनाव के नतीजों की बात करें तो जिले की 4 में से 2 सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. वहीं, बीजेपी प्रत्याशी के खाते में सिर्फ दो सीट आई थी तो आइए पिछले विधानसभा चुनाव के आंकड़ों से जिले का समीकरण समझते हैं...
मस्तूरी सीट से BJP के कृष्णमूर्ति बंधी ने 14107 वोटों से जीत दर्ज की है. यहां बीजेपी उम्मीदवार को 67950 वोट. वहीं, बसपा से जयेंद्र पाटले को 53843 वोट ...
तखतपुर विधानसभा सीट
विजेता: रश्मि सिंह (कांग्रेस)
प्राप्त वोट: 52,616
मुख्य प्रतिद्वंद्वी: संतोष कौशिक (JCC)
प्राप्त वोट: 49,625
वोट का अंतर : 2,991
तखतपुर विधानसभा सीट
विजेता- धरम लाल कौशिक (भाजपा)
प्राप्त वोट: 84,431
मुख्य प्रतिद्वंद्वी: राजेंद्र शुक्ला (कांग्रेस)
प्राप्त वोट: 57,907
वोट का अंतर : 26,524
बिलासपुर विधानसभा सीट
विजेता: शैलेश पांडे (कांग्रेस)
प्राप्त वोट: 67,896
मुख्य प्रतिद्वंद्वी: अमर अग्रवाल (भाजपा)
प्राप्त वोट: 56,675
वोट का अंतर : 11,221
नवंबर में छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होना है। अब यह बताने की जरूरत नहीं है कि राजनीतिक दलों के अलावा सभी वर्ग चुनावी मोड में आ गए हैं। अब तो चौक-चौराहों पर राजनीति की बातें हो रही हैं। बातें ही नहीं, लोग अपने आपको इसमें शामिल भी करने लगे हैं। इस दौर में एक और बात की चर्चा जोरों पर हो रही है। चुनावी सर्वे मतलब मतदाताओं का रुझान।
एक दिन के भगवान किसे सत्ता सौंपने का मन बना रहे हैं या यूं कहें कि उनकी पसंद और नापसंद क्या है। इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर जो रिपोर्ट जारी की जा रही उसमें तो सत्ताधारी दल की बल्ले-बल्ले हो रही है। सीटें कम हो रही है, पर इतना नहीं कि सत्ता की जादुई कुर्सी से दूर हो जाएं। सर्वे राहत और आहत दोनों दे रही है। जिनके लिए निगेटिव है वे मानने को तैयार नहीं। होना भी यही चाहिए।
पड़ते रहिये चुनावी चर्चा प्रत्येक विधानसभा का होगा विश्लेषण,,,,, आखिर कौन होगा अगले दंगल का महारथी,,,,,,,,,,