छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) भर्ती घोटाला: सीबीआई ने पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी को किया गिरफ्तार
मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी
रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) भर्ती घोटाले में एक बड़ी गिरावट आई है। सोमवार को, सीबीआई ने मामले के प्रमुख आरोपित और CGPSC के पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी को गिरफ्तार कर लिया है। इस गिरफ्तारी से पहले, सीबीआई ने सोनवानी के घर पर छापेमारी भी की थी।
45 लाख रुपये की रिश्वत का आरोप
सोनवानी पर आरोप है कि उन्होंने भर्ती के दौरान अभ्यर्थियों से चयन सुनिश्चित करने के बदले में 45 लाख रुपये की रिश्वत ली थी। इस घोटाले में रायपुर की एक प्रमुख कंपनी के डायरेक्टर को भी गिरफ्तार किया गया है।
एफआईआर में दर्ज आरोप
सीबीआई ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है, जिसमें टामन सिंह सोनवानी, तत्कालीन सचिव जेके ध्रुव और अन्य पर भाई-भतीजावाद के आरोप लगाए गए हैं। आरोप है कि सोनवानी और उनके सहयोगियों ने अपने अयोग्य रिश्तेदारों और परिचितों को सीजीपीएससी के बड़े पदों, जैसे जिला कलेक्टर और डिप्टी एसपी के पदों पर भर्ती सुनिश्चित करने के लिए मेरिट सूची में नाम डाले।
सीबीआई की कार्रवाई जारी
सीबीआई की कार्रवाई अब तक इस मामले में जारी है, और आगे की जांच में और भी नाम सामने आ सकते हैं।