भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में 26 दिसंबर 2024 को दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया।
उनका अंतिम संस्कार 28 दिसंबर 2024 को दिल्ली के निगम बोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ संपन्न हुआ।
उनके निधन पर सात दिवसीय राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है।
डॉ. सिंह के पार्थिव शरीर को पहले उनके आवास पर रखा गया, जहां राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
इसके बाद पार्थिव शरीर को कांग्रेस मुख्यालय ले जाया गया, जहां पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने अंतिम दर्शन किए।
अंतिम यात्रा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन, भूटान के राजा, मॉरीशस के विदेश मंत्री सहित कई विदेशी गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
डॉ. मनमोहन सिंह को एक विद्वान अर्थशास्त्री, दूरदर्शी नेता और सादगीपूर्ण व्यक्तित्व के रूप में याद किया जा रहा है, जिन्होंने भारत के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उनकी स्मृति में सरकार ने स्मारक बनाने की घोषणा की है।
उनके निधन पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख यूनुस सहित कई अंतरराष्ट्रीय नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।
डॉ. सिंह के निधन से देश और विश्व ने एक महान नेता और अर्थशास्त्री को खो दिया है, जिनकी कमी हमेशा महसूस की जाएगी।