बिलासपुर में पंडित धीरेंद्र शास्त्री का भव्य स्वागत, धर्मांतरण और नक्सलवाद पर दिए तीखे बयान
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर ने 2 जून 2025 को बागेश्वर धाम सरकार के प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का भव्य स्वागत किया। उनके आगमन पर शहरवासियों ने उत्साहपूर्वक उनका अभिनंदन किया, और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उनके दर्शन के लिए उमड़े। वे उस्लापुर स्थित मिनोचा कॉलोनी में आयोजित एक भव्य सामूहिक विवाह समारोह में विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए।
इस अवसर पर पंडित शास्त्री ने छत्तीसगढ़ की भूमि को प्रभु श्रीराम का ननिहाल बताते हुए इसे अद्भुत कहा और यहां आकर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने घोषणा की कि वे आगामी समय में छत्तीसगढ़ में पदयात्रा करेंगे और 7 नवंबर से दिल्ली से वृंदावन तक भी पदयात्रा का आयोजन करेंगे।
पंडित शास्त्री ने बस्तर क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की सराहना की और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, गृहमंत्री विजय शर्मा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को इसके लिए साधुवाद दिया। उन्होंने नक्सलियों से आग्रह किया कि वे भारत को भारत रहने दें और मुख्यधारा में आकर देश की परंपराओं के साथ चलें ताकि विदेशी ताकतों से मिलकर लड़ाई की जा सके और भारत को अखंड बनाया जा सके।
धर्मांतरण के मुद्दे पर बोलते हुए, पंडित शास्त्री ने कहा कि भारत में सबसे ज्यादा धर्मांतरण का खतरा बस्तर और जशपुर क्षेत्रों में है। उन्होंने घोषणा की कि वे आगामी समय में जशपुर में कथा करेंगे, जहां एशिया का दूसरा सबसे बड़ा चर्च स्थित है, और उन्होंने कहा कि चर्च के ठीक सामने वे कथा आयोजित करेंगे।
उनके आगमन से बिलासपुर में उत्सव जैसा माहौल बना रहा और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। पंडित शास्त्री के दर्शन को उमड़ी भीड़ को सम्हालने में पुलिस को खासी दिक्कत हुई।