मुंबई, जनवरी 2025: लखनऊ से मुंबई जा रही पुष्पक एक्सप्रेस (12533) में आग लगने की अफवाह के कारण एक भयानक दुर्घटना हुई, जिसमें 12 लोगों की जान चली गई और 40 अन्य घायल हो गए। हादसा महाराष्ट्र के जलगांव जिले के परधाड़े गांव के पास हुआ।
दुर्घटना का कारण: जलगांव के पास पुष्पक एक्सप्रेस के एक जनरल कोच से चिंगारी और धुआं उठते देखकर यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। किसी यात्री ने चेन खींचकर ट्रेन को रोका, और घबराए यात्री बगल के ट्रैक पर उतर गए। उसी समय, तेज गति से आ रही कर्नाटक संपर्क क्रांति एक्सप्रेस (12649) ने इन यात्रियों को कुचल दिया। गंभीर मोड़ के कारण यात्री ट्रेन को समय पर देख नहीं सके।
पीड़ितों की स्थिति: दुर्घटना में 12 लोगों की मौत हो गई और 40 घायल हुए। घायलों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
सरकारी मदद: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मृतकों के परिवारों को पांच लाख रुपये की सहायता और घायलों के निशुल्क इलाज की घोषणा की। राज्य सरकार के मंत्री गिरीश महाजन दुर्घटनास्थल पर मौजूद हैं और राहत कार्य देख रहे हैं।
प्रशासन और स्थानीय मदद: मध्य रेलवे ने भुसावल से मेडिकल रिलीफ ट्रेन भेजी है। परधाड़े गांव के स्थानीय लोगों ने तुरंत घायलों की मदद की। ग्राम प्रधान शशिकांत पाटिल और अन्य ग्रामीणों ने चादरों की मदद से घायलों को स्ट्रेचर पर रखकर अस्पताल पहुंचाया। जिलाधिकारी आयुष प्रसाद और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने राहत कार्य संभाला।
नेताओं की संवेदनाएं: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुख व्यक्त किया। अमित शाह ने मुख्यमंत्री फडणवीस से बात कर पूरी जानकारी ली और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
घटना की जांच: मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी स्वप्निल निला ने कहा कि दुर्घटना की जांच की जा रही है।
यह घटना मुंबई से 400 किलोमीटर दूर हुई, जिसने रेलवे सुरक्षा उपायों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।