निजी स्कूल फीस न भरने पर बच्चों को नहीं दे रहे क्लास में बैठने की अनुमति!

निजी स्कूल फीस न भरने पर बच्चों को नहीं दे रहे क्लास में बैठने की अनुमति!


बिलासपुर। शहर के कई निजी स्कूलों में फीस न भरने की स्थिति में बच्चों को क्लास में बैठने नहीं दिया जा रहा है। अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन बच्चों को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है।

पीड़ित अभिभावकों का कहना है कि कई बार स्कूल प्रबंधन से निवेदन किया गया कि वे फीस भरने के लिए थोड़ा समय दें, लेकिन इसके बावजूद बच्चों को क्लास से बाहर निकाल दिया जाता है। इससे न केवल उनकी शिक्षा बाधित हो रही है, बल्कि बच्चों के आत्मसम्मान पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।

क्या कहता है नियम?
शिक्षा के अधिकार अधिनियम (RTE) के तहत किसी भी स्कूल को यह अधिकार नहीं है कि वह फीस के कारण किसी भी छात्र को शिक्षा से वंचित करे। इसके बावजूद निजी स्कूल मनमानी कर रहे हैं और बच्चों को कक्षाओं में बैठने से रोक रहे हैं।

अभिभावकों की मांग
अभिभावकों ने प्रशासन से हस्तक्षेप करने और स्कूल प्रबंधन पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। यदि जल्द ही कोई समाधान नहीं निकला, तो वे कलेक्टर कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं।

आपकी राय?
क्या निजी स्कूलों की यह मनमानी जायज़ है? क्या प्रशासन को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए? अपनी राय हमें कमेंट में बताएं और इस खबर को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि बच्चों के भविष्य को सुरक्षित किया जा सके।

Mukesh tiwari

स्वामी, प्रकाशक एवं संपादक- मुकेश तिवारी पता- हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी रामगोपाल तिवारी नगर ,बिलासपुर, छ ग मोबाइल- 9174310780 ईमेल- sunaminewsmp36@gmail.com समाचार पोर्टल Sunami Chhattisgarh.com में प्रकाशित खबरों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है . समाचार की विषय वस्तु संवाददाता के विवेक पर निर्भर है. यह एक हिंदी न्यूज़ पोर्टल है जिसमें बिलासपुर और छत्तीसगढ़ के साथ देश और दुनिया की खबरें प्रकाशित की जाती है।पोर्टल में प्रकाशित किसी भी खबर में कानूनी विवाद की स्थिति में संबंधित रिपोर्टर ही पूर्णतः उत्तरदायी है।

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