खुले में मवेशी छोड़े तो मालिक पर कसेगा शिकंजा – हादसे पर सह आरोपी भी बनाया जाएगा
📍 बिलासपुर, 1 जुलाई 2025।
✍️ मुकेश तिवारी
इंडिया न्यूज दर्शन
कलेक्टर संजय अग्रवाल और एसपी रजनेश सिंह ने आज जिले में आवारा पशु प्रबंधन को लेकर महत्वपूर्ण बैठक ली। बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए गए कि सड़क पर मवेशी बैठने से होने वाली दुर्घटनाओं के लिए अब पशु मालिक को भी सह आरोपी बनाया जाएगा। साथ ही खुले में मवेशी छोड़ने पर भारी जुर्माना वसूला जाएगा।
बैठक में जिले के सभी एसडीएम, जनपद पंचायत सीईओ, जोन कमिश्नर, नगर पालिका अधिकारी, पशु चिकित्सा विभाग और ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी उपस्थित रहे।
कलेक्टर ने कहा –
> "बरसात के मौसम में सड़कों पर मवेशियों के बैठने से हादसों की आशंका बढ़ जाती है। सभी विभाग आपसी समन्वय से इस पर रोक लगाएं।"
उन्होंने निर्देश दिए कि शहर में उन जगहों की पहचान करें जहां मवेशी ज्यादा संख्या में पाए जाते हैं। वहां नियमित गश्त कर उन्हें हटाएं। पशु मालिकों से संपर्क कर समझाइश दी जाएगी कि वे अपने मवेशियों को निगरानी में रखें। खुले में छोड़ने की स्थिति में जुर्माना और कानूनी कार्रवाई होगी।
🔎 सर्वे में 4 हजार मवेशी खुले में मिले
एक हालिया सर्वे के अनुसार बिलासपुर में लगभग 4 हजार मवेशी खुले में विचरण करते पाए गए हैं। यदि उनके मालिक सामने नहीं आते तो इन्हें पशु आश्रय स्थलों में रखा जाएगा।
शहर और आसपास के ग्रामों – मोपका, कोनी, गोकुलधाम, रहँगी, धौराभांठा, पाराघाट, लावर, काटाकोनी में आश्रय स्थल बनाए जाएंगे। डीएमएफ से शेड और पानी की व्यवस्था की जाएगी। चारे के लिए पशु कल्याण समिति और दानदाताओं से सहयोग की अपील भी की गई है।
कलेक्टर ने कहा कि एनएचएआई को सड़क किनारे सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने और मवेशियों के लिए भूमि आरक्षित करने के निर्देश दिए गए हैं।
🔷 उपस्थित अधिकारी:
नगर निगम आयुक्त अमित कुमार, जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल सहित संबंधित विभागों के अधिकारी बैठक में मौजूद रहे।
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