बिलासपुर। दिवाली पर्व में सभी घरों में एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी मनाई जाती है। बच्चे से लेकर बुजुर्ग मिठाई खाने में पीछे नहीं हटते हैं। ऐसे मौके के लिए विशेषज्ञ डाक्टर सावधानी बरतने की सलाह देते हैं। उनके अनुसार शुगर के मरीज ज्यादा मिठाई न खाएं। सामान्य व्यक्ति भी जरूरत से ज्यादा मिठा न लें। अन्यथा सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।
दिवाली का त्योहार देश में बड़े त्योहरों में से एक है। इस अवसर में मां लक्ष्मी सहित सभी देवी-देवताओं की पूजा की जाती है। इस त्योहार की तैयारी एक माह पहले से ही शुरू हो जाती है। इस सीजन में सभी के घर से लेकर कार्यालयों में मिठाई और नमकीन की भरमार होती है। इसे बहुत अधिक खाना सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकती है। विशेषज्ञ का कहना है कि इस सीजन में सबसे ज्यादा मिठाई खाई जाती है। इसे बनाने में भरपूर मात्रा में वसा और चीनी का इस्तेमाल होता है। इसलिए कोशिश करें कि मिठाई घर पर ही बनाएं। इसके साथ ही कम मात्रा में घी, तेल का इस्तेमाल करें। या फिर शुगर फ्री भी मिठाई खा सकते हैं। मिठाइयों की जगह फ्रूट्स लें। कोल्ड ड्रिंक्स के जगह पर नींबू पानी, नारियल पानी या अन्य फ्रूट्स जूस आदि नेचुरल ड्रिंक्स लेकर सहेत को ठीक कर रख सकते हैं।
त्योहार के सीजन में काम अधिक होने जाने के कारण भागदौड़ करनी पड़ती है। इसके कारण हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इससे शरीर में एनर्जी और थकान सी महसूस होने लगती है। इसलिए काम के साथ-साथ समय निकाल पानी पीतें रहें।
एक्सरसाइज: भाग-दौड़ में हम अपनी रुटीन को कुछ ज्यादा ही भूल जाते हैं। इसलिए साथ में एक्सरसाइज जरूर करते रहें। नहीं तो आपको थकावट और अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
कम से कम खाएं: त्योहार के समय में लोग खाने के मामले में सबसे आगे होते हैं। ये भी भूल जाते हैं कि इससे हमारी सेहत में बुरा प्रभाव पड़ता है। यहां तक कि हम अपनी डाइट चार्ट हो यह कह कर भूल जाते हैं। इसके कारण शरीर में भरपूर मात्रा में कैलोरीज चली जाती हैं। दिवाली के मौके में लोग भरपूर मात्रा में मिठाई, चाकलेट और पकवान खाते हैं, जो कि वजन बढ़ने का एक कारण बनता है। इसलिए इस मौसम में खाना को नियंत्रित करके ही खाएं।