रिश्वत के आरोप में डॉक्टर वंदना चौधरी से मांगा गया जवाब, परिवार नियोजन और एमटीपी ऑपरेशन पर रोक
बिलासपुर, 23 मार्च 2025: जिला अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. वंदना चौधरी पर रिश्वत लेने के आरोप लगने के बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है। कलेक्टर अवनीश शरण के निर्देश पर सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक ने डॉक्टर चौधरी से स्पष्टीकरण मांगते हुए उन्हें समक्ष तलब किया है। साथ ही, उनके द्वारा किए जाने वाले परिवार नियोजन (टीटी) और गर्भपात (एमटीपी) ऑपरेशन पर तत्काल रोक लगा दी गई है।
अब इन ऑपरेशनों को अस्पताल में डॉ. रमा घोष और डॉ. ममता सलूजा द्वारा किया जाएगा।
शिकायतकर्ता ने ऑडियो साक्ष्य दिया
डॉ. वंदना चौधरी के खिलाफ सेमरचुवा निवासी श्रीमती जमंत्री पटेल पति संतोष पटेल ने रिश्वत मांगने की शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि नसबंदी ऑपरेशन के लिए डॉक्टर ने ₹6,000 की मांग की थी, जिसमें से ₹2,000 पहले ही दिए जा चुके थे। बावजूद इसके, डॉक्टर ने और पैसों के लिए दबाव बनाया।
शिकायतकर्ता ने इस मामले में ऑडियो साक्ष्य भी प्रस्तुत किया, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई है।
प्रशासन का सख्त रुख
कलेक्टर के निर्देश के बाद जिला अस्पताल प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से डॉक्टर चौधरी को इन सेवाओं से हटा दिया। इस कार्रवाई से साफ है कि प्रशासन किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि डॉ. वंदना चौधरी इस मामले में क्या स्पष्टीकरण देती हैं और प्रशासन इस पर आगे क्या कदम उठाता है।