भ्रष्ट उपयंत्री को मिला कई अतिरिक्त प्रभार,,,,,
अब सवाल इस बात का है कि मऊगंज जनपद पंचायत के अंतर्गत दो उपयंत्री ऐसे हैं जिनका वेतन शिक्षा विभाग से मिलता है और जनपद पंचायत में पंचायतों का मिला प्रभार जिसके वजह से पंचायतों के विकास के नाम पर उपयंत्री कागजी कोरम पूरा करने दिख रहे माहिर
मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत करहिया में प्रधानमंत्री सड़क का निर्माण कार्य होने के बावजूद भी उपयंत्री ने कागजी कोरम पूरा कर राशि का किए भुगतान एक सबसे बड़ा खुलासा
वही जब उपयंत्री सोमनाथ साकेत से इस बारे में चर्चा करने की कोशिश की गई तो सोमनाथ उपयंत्री गोलमोल का जवाब देते नजर आए
वही उपयंत्री पंचायतों के जांच के लिए प्रतिवेदन और पंचायत का जांच करने के लिए अधिकारियों का निर्देश होता है तो उपयंत्री करते नहीं प्रतिवेदन देना बड़ी दूर की बात दिख रही है कई ऐसी पंचायत है जिसका खुलासा अगले अंक में हो सकता है
विकास की दिशा में कई महत्वकांक्षी योजनाएं सरकार द्वारा संचालित कर ग्रामीण स्तर तक पहुंचाने की कवायत तब धरातल से दूर हो जाती है जब जनपद स्तर पर भ्रष्ट उपयंत्री का बोलबाला हो मामला
मऊगंज जनपद अंतर्गत कई वर्षों से दर्जनों पंचायतों में उपयंत्री सोमनाथ साकेत द्वारा भ्रष्टाचार करने की नियत से कई योजनाओं की राशि निकाल ली गई कुछ योजनाओं क कार्य अधूरे पड़े हैं
कुछ की शुरुआत ही नहीं हुई जबकि राशि आहरित कर ली गई कई अन्य विभागों के साथ कई जनपदों के सीएफटी का प्रभार लेकर भ्रष्टाचार करके फिर दूसरी सीएफटी लेना निरंतर उपयंत्री द्वारा किया जा रहा है
सर्व शिक्षा अभियान अंतर्गत रीवा व नईगढ़ी का प्रभार है इसके अलावा उपयंत्री मऊगंज हनुमाना का भी अतिरिक्त प्रभार है इसके पहले मऊगंज जनपद नजदीकी सीयफ्टी में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करके अब देवतालाब सीएफटी में लगभग दो माह के अंदर कई लाखों का भ्रष्टाचार कर राशि आहरित कर ली गई है
*राशि आहरित कार्य अधूरा*
ग्राम पंचायत देवतालाब में सगरा तालाब में लगभग 15 लाख की लागत से सौंदर्यीकरण हेतु राशि स्वीकृत हैं किंतु उपयंत्री द्वारा आधा अधूरा काम गुणवत्ता विहीन
करके राशि आहरित कर ली गई है पेवर ब्लॉक में 60 एमएम की जगह 45 एमएम का पेवर ब्लॉक लगाया गया है मंदिर परिसर में स्थाई पानी की टंकी के लिए ढाई लाख राशि स्वीकृत की गई है
वही उपयंत्री द्वारा सिर्फ पानी की टंकी रखकर बिना पाइप टोटी की व्यवस्था किए बगैर पूरी राशि आहरित कर ली गई कॉलेज से शिवपूजन शुक्ला के घर तक पीसीसी सड़क निर्माण कराने राशि स्वीकृत है
किंतु गुणवत्ता युक्त सड़क का निर्माण नहीं कराया गया बिना बेस बनाए ही कुछ दूर तक सड़क का निर्माण कराया गया
और बाकी छोड़ दिया गया यह सब लगभग दो माह के अंतराल में उपयंत्री द्वारा आनन-फानन में किया गया इस तरीके की कई कार्यों की राशि सीएफटी के अंतर्गत आहरित कर ली गई है
कई ग्राम पंचायतों में पूर्व के जनप्रतिनिधियों द्वारा इसकी शिकायत की गई थी किंतु यह एक बड़े जांच का विषय है कि किस तरह से भ्रष्टाचार की नियत से उपयंत्री द्वारा सरकारी राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है
संजीत द्विवेदी की रिपोर्ट,,
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